कानपुर: पीएम की माँ पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में बवाल

कानपुर। बिहार में कांग्रेस की जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद और बढ़ गया है। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस भी आक्रोशित है और उसने भाजपा को चेतावनी दी है।

क्या है मामला?
- कांग्रेस का बयान: कांग्रेस के स्टेट कोऑर्डिनेटर अवनीश सलूजा ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग गांधीवादी और अहिंसा के पुजारी हैं, लेकिन अगर ऐसी घटना की पुनरावृत्ति हुई, तो कांग्रेस के लोग सुभाष चंद्र बोस और चंद्रशेखर आजाद के रास्ते पर भी चल सकते हैं, और इस बार शांत नहीं रहेंगे।
- भाजपा पर आरोप: कांग्रेस ने भाजपा पर भी आरोप लगाया है कि वह ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ के नारे से विचलित है और इसलिए इस तरह के कदम उठा रही है।
- प्रशासन पर सवाल: अवनीश सलूजा ने प्रशासन पर भी सवाल उठाया और पूछा कि अराजकता फैलाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को घर में नजरबंद क्यों नहीं किया गया।
पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष का रुख
पूर्व जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने आरोप लगाया कि भाजपा राहुल गांधी के ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ के नारे से पूरी तरह हिल गई है और जवाब में ऐसे जानबूझकर हंगामे वाली घटनाएं कर रही है। उन्होंने भाजपा के इन कदमों को राजनीतिक दबाव बनाने और माहौल बिगाड़ने के प्रयास के रूप में देखा।

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि राज्य में राजनीतिक तनाव अपने चरम पर है और दोनों दलों के बीच टकराव बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। दोनों एक-दूसरे को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दे रहे हैं और मामला अब प्रशासनिक लापरवाही पर भी आ गया है।
बिहार में हालिया घटनाक्रम से राजनीतिक माहौल खासा गरम है, जिसमें कांग्रेस ने भाजपा और प्रशासन दोनों को घटनाओं का जिम्मेदार ठहराया है और जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया है। दोनों पक्षों के बयानों से जाहिर है कि यह तनाव आगे भी जारी रह सकता है।
यह घटना यह दिखाती है कि कैसे राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।