कानपुर में फरार अपराधी को भगाने के आरोप में दरोगा निलंबित, सीसीटीवी वीडियो वायरल होने पर जांच शुरू

रिपोर्ट – आरिफ मोहम्मद
कानपुर: नवाबगंज थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दरोगा पर फरार अपराधी को भगाने में मदद करने का आरोप लगा है। मामला तब प्रकाश में आया जब इसका सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने वायरल वीडियो के आधार पर जांच के आदेश दिए, जिसके बाद दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, यह घटना 12 जून 2025 की है। नवाबगंज निवासी अनूप शुक्ला, जो चर्चित दीनू गैंग से जुड़ा है, लंबे समय से फरार चल रहा था। दीनू उपाध्याय उर्फ धीरज को पिंटू सेंगर मर्डर केस में गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही अनूप शुक्ला पर भी जमीन कब्जा और रंगदारी जैसे गंभीर आरोप लगे थे।

सूचना तंत्र के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली थी कि अनूप अपने घर पर मौजूद है। इस पर नवाबगंज थाना क्षेत्र के जागेश्वर मंदिर चौकी प्रभारी आदित्य बाजपेई और उनके साथी कांस्टेबल विजय राज मौके पर पहुंचे।
वायरल वीडियो में क्या दिखा?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दरोगा आदित्य बाजपेई और कांस्टेबल बाइक से अनूप शुक्ला के घर के सामने पहुंचते हैं और कुछ कहकर आगे बढ़ जाते हैं। इसके तुरंत बाद अनूप शुक्ला बैग लेकर मौके से फरार हो जाता है, और जाते-जाते दरोगा से इशारे में ‘हैलो-हाय’ करता भी दिखाई देता है।

कुछ ही देर बाद, यही दरोगा दो थानों की पुलिस फोर्स के साथ अनूप को पकड़ने के नाम पर दबिश देने पहुंचता है, जो अब महज औपचारिकता प्रतीत हो रही है।
जांच में सामने आया संदिग्ध व्यवहार
पुलिस उपायुक्त सेन्ट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो में दिख रही गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त, कर्नलगंज को सौंपी गई थी। जांच में प्रथम दृष्टया दोनों पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।

इसलिए, आरोपी को भगाने में संलिप्तता पाए जाने पर दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
आगे की कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस विभाग के अनुसार, विधिक दृष्टिकोण से अभियोग पंजीकृत किया जा चुका है और अब मामले में नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है।