लखनऊ में दलित, मुस्लिम और किसानों की समस्याओं पर विचार-विमर्श, सांसद चन्द्रशेखर आजाद से मिला प्रतिनिधिमंडल

रिपोर्ट – सुहैल अंसारी
लखनऊ – देश में दलित, मुस्लिम और किसान समुदायों की प्रमुख समस्याओं को लेकर आज लखनऊ में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय सचिव कारी अब्दुल मुईद चौधरी के नेतृत्व में उलेमा ए किराम और बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधिमंडल ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चन्द्रशेखर आजाद से भेंट की।
सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों पर चर्चा
इस मुलाकात के दौरान देश और प्रदेश के सामाजिक व राजनीतिक हालातों पर विस्तार से चर्चा हुई। कारी अब्दुल मुईद चौधरी ने कहा कि देश का किसान आज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, उसे फसल का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा और वह कर्ज में डूबकर आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हो रहा है।

साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यकों पर बढ़ती असहिष्णुता चिंता का विषय है और अब वक्त है एकता, जागरूकता और संगठित संघर्ष का।
सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने दिया भरोसा
सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि आज शोषित और वंचित वर्ग अधिक जागरूक हो रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी – आजाद समाज पार्टी – हर शोषित वर्ग की आवाज बनेगी, चाहे वह दलित हो, मुसलमान हो या किसान।

उन्होंने स्पष्ट किया, “हम संसद के अंदर और बाहर मजलूमों के लिए तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक उन्हें उनका हक न मिल जाए।“
शिक्षा, रोजगार और मानवाधिकार भी बने चर्चा के विषय
इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल में शामिल उलेमा और बुद्धिजीवियों ने भी शिक्षा, रोजगार, सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों जैसे अहम मुद्दों को सांसद के समक्ष रखा। सभी ने इस बात पर बल दिया कि इन विषयों पर संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप समाधान और नीतिगत पहल जरूरी है।