कानपुर में दुर्लभ बार्न आउल के दर्शन से मची हलचल, वन विभाग ने सुरक्षित किया और चिड़ियाघर भेजा

रिपोर्ट – नीरज तिवारी
कानपुर: आमतौर पर चिड़ियाघरों में देखे जाने वाले पक्षी उल्लू (बार्न आउल) ने जब एक स्थानीय घर की छत पर डेरा जमाया, तो पूरा मोहल्ला कौतूहल का केंद्र बन गया। मामला चकेरी क्षेत्र की HAL कॉलोनी का है, जहां एक दुर्लभ प्रजाति का उल्लू देखकर लोग उसे माता लक्ष्मी का प्रतीक मानते हुए दर्शन को उमड़ पड़े।
दीपक के घर पहुंचा था अनोखा पक्षी
HAL कॉलोनी निवासी दीपक कुमार वर्मा ने बताया कि सुबह उनके घर की छत पर कौवे लगातार शोर मचा रहे थे। जब वे छत पर पहुंचे तो उन्होंने एक अनोखा पक्षी देखा, जो देखने में उल्लू की तरह था। दीपक ने उसे सुरक्षित रूप से घर में रख लिया और तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी।

वन विभाग ने की बार्न आउल के रूप में पहचान
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उस पक्षी की “बार्न आउल” (Barn Owl) प्रजाति के रूप में पहचान की। यह प्रजाति मुख्यतः ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में पाई जाती है और भारत में बहुत कम देखी जाती है। विभाग के अनुसार, यह प्रजाति अब विलुप्ति के कगार पर है, जिस कारण यह दृश्य विलक्षण और दुर्लभ माना गया।

रास्ता भटक कर कानपुर पहुंचा पक्षी
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पक्षी संभवतः रास्ता भटक कर या मौसमीय कारणों से उड़ते हुए कानपुर तक आ गया। इसे सुरक्षित रूप से चिड़ियाघर भेज दिया गया है, जहां इसकी देखभाल की जाएगी और अध्ययन के लिए संरक्षित रखा जाएगा।