कानपुर में आपदा प्रबंधन को लेकर उच्चस्तरीय बैठक, तीन जिलों के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर: संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और आपात स्थितियों में प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा हेतु एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति के सभापति अवनीश कुमार सिंह ने की।

बैठक में कानपुर नगर, कानपुर देहात और औरैया के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान मानसून सत्र से पूर्व की तैयारियों, आपदा के समय त्वरित राहत और बचाव कार्यों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
मानसून पूर्व सतर्कता और तैयारी पर विशेष ज़ोर
बैठक की शुरुआत में सभापति अवनीश कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा कि: “आपदा प्रबंधन केवल कागज़ों पर नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत पर काम करने का विषय है। चूक किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं होगी।”

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर विभाग के बीच सुनियोजित समन्वय स्थापित किया जाए, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
तीन ज़िलों के अधिकारी रहे बैठक में शामिल
यह बैठक कानपुर के नवीन सभागार में आयोजित की गई, जिसमें तीन ज़िलों – कानपुर नगर, कानपुर देहात और औरैया – के जिलाधिकारी, तहसीलदार, स्वास्थ्य, बिजली, जल निगम, सिंचाई, पुलिस और अग्निशमन विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में विशेष रूप से इस बात पर बल दिया गया कि:
- बाढ़ संभावित इलाकों की समय रहते पहचान की जाए।
- आपदा राहत केंद्रों की सूची अपडेट की जाए।
- जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सतर्क किया जाए।

जमीनी कार्ययोजना पर बनेगी रणनीति
इसके अतिरिक्त, आपदा प्रबंधन से जुड़े उपकरणों, नावों, जीवन रक्षक सामग्रियों और संचार सुविधाओं की उपलब्धता व उपयोगिता की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि हर संभावित आपदा के लिए मॉक ड्रिल करवाई जाए और फील्ड लेवल पर सभी तैयारियां पुख्ता हों।