कानपुर में केडीए कर्मचारी रिश्वत मांगने पर निलंबित, जांच की जिम्मेदारी वित्त नियंत्रक को सौंपी गई

रिपोर्ट – विवेक कृष्ण दीक्षित
कानपुर: कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के जोन-2 में तैनात एक कर्मचारी को रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई का आदेश केडीए के उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने दिया।

यह मामला शताब्दी नगर फेस-तीन से जुड़ा है, जहां भूखंड संख्या 106, ब्लॉक बी (क्षेत्रफल 112.50 वर्ग मीटर) की आवंटी गीता सिंह ने 23 जून को जनता दर्शन के दौरान यह शिकायत की थी कि जोन दो में कार्यरत कर्मचारी विकास भारती ने उनसे 1.5 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी।
आवंटी ने उठाई थी आवाज, प्रशासन ने लिया संज्ञान
गीता सिंह का आरोप था कि उन्हें भूखंड की कीमत की समस्त राशि 90 दिन में जमा करने पर अनुमन्य 5 प्रतिशत की छूट दिलाने के बदले कर्मचारी ने उनसे रिश्वत मांगी।

उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, केडीए उपाध्यक्ष ने विकास भारती को निलंबित कर उसे कार्मिक विभाग से संबद्ध कर दिया है।
वित्त नियंत्रक करेंगे विभागीय जांच
केडीए प्रशासन ने इस पूरे मामले की विभागीय जांच की जिम्मेदारी वित्त नियंत्रक को सौंपी है। अब संबंधित अधिकारी इस आरोप की सच्चाई की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

भ्रष्टाचार पर सख्ती जारी रखने का संकल्प
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त रुख अपनाया जाएगा। उपाध्यक्ष ने दोहराया कि किसी भी स्तर पर अनियमितता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और यदि कोई दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।