कानपुर: स्वर्ण जैन मंदिर में उत्तम शौच धर्म समारोह

कानपुर। स्वर्ण जैन मंदिर, श्री दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिर, जनरलगंज में तीर्थंकर पुष्पदंत भगवान का मोक्ष कल्याणक बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उत्तम शौच धर्म का भी महत्व बताया गया।

स्वर्ण जैन मंदिर (श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर, जनरलगंज, कानपुर) में मोक्ष कल्याणक एवं शास्वत शौच धर्म की परम्परा

क्या है कार्यक्रम?
कल्याणक: प्रातःकाल श्री जी जलाभिषेक, नित्यनियम पूजा-पाठ और शांतिधारा के साथ तीर्थंकर पुष्पदंत भगवान का मोक्ष कल्याणक मनाया गया।
शांतिधारा: आस्ट्रेलिया से आए धार्मिक जैन ने प्रथम शांतिधारा करने का सौभाग्य प्राप्त किया।
उत्सव: अभिषेक जैन और अंकुर जैन ने द्वितीय और तृतीय शांतिधारा की। इसके बाद श्रेयांस जैन के भजनों पर भाव-नृत्य करते हुए लड्डू अर्पण किए गए।
उत्तम शौच धर्म: तपाचार्य अंतर्मना 108 प्रसन्न सागर जी ने उत्तम शौच धर्म का महत्व बताते हुए कहा कि आंतरिक निर्मलता का भाव ही उत्तम शौच धर्म है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: विशाल जैन ने बताया कि शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम महावीर देशाना मंडल द्वारा ‘कुंडलगढ़ की गाथा’ पर एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई, जिसमें मान्या जैन और बोरवी जैन ने लव-कुश की भूमिका निभाई।
यह समारोह जैन समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक उत्साह को दर्शाता है।
- मूल संदेश
“अशुद्धि का अंत और लोभ-कषाय का अभाव ही उत्तम शौच धर्म है।”
परम्परा, संस्कार, आस्था और सांस्कृतिक समृद्धि का यह उत्सव मनुष्य को आंतरिक निर्मलता, सादगी और सामूहिक सद्भाव की प्रेरणा देता है।



