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कानपुर पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप: एक्सीडेंट केस में फर्जीवाड़ा

कानपुर। चकेरी थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना के मामले में पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि ईमानदार कमिश्नर के बाद भी कुछ पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार, धमकी और झूठे केस दर्ज करने में लगे हैं।

क्या है मामला?
- फर्जी रिपोर्ट: श्याम नगर में हुए एक एक्सीडेंट में पुलिस पर फर्जी गाड़ी का नंबर लगाकर निर्दोष कार मालिक पंकज सिंह को फँसाने का आरोप है।
- रिश्वतखोरी: विवेचक नरेंद्र कुमार पर वाहन मालिक को फँसाने की धमकी देने और सुविधा शुल्क मांगने का भी आरोप है।
- गड़बड़ी: एफआईआर (FIR) में पीड़िता के पैर में नौ जगह फ्रैक्चर बताया गया है, जबकि अस्पताल की रिपोर्ट में सिर्फ प्लास्टर चढ़ाने का जिक्र है।
- प्रमाण: जाँच में पता चला है कि यह पूरा मामला फर्जी है। स्थानीय लोगों ने भी बयान दिया है कि पंकज सिंह की कार एक्सीडेंट में शामिल नहीं थी।
- पुलिस का बर्ताव: पीड़ित के घर पर लगाया गया नोटिस 15 मिनट में ही हटा दिया गया, जिसके फुटेज पीड़ित ने उपलब्ध कराए हैं।
यह घटना यह दिखाती है कि कैसे पुलिस की मिलीभगत और लापरवाही से आम लोगों को परेशानी हो रही है, और पुलिस की ईमानदारी पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।