
Next CJI Supreme Court : जस्टिस बीआर गवई (भूषण रामकृष्ण गवई) देश के नए मुख्य न्यायाधीश (CJI) होंगे। वर्तमान चीफ जस्टिस संजीव खन्ना मई में रिटायर होने वाले हैं जिसके बाद 14 मई को जस्टिस बीआर गवई सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पद संभाल लेंगे। सीजेआई संजीव खन्ना ने जस्टिस गवई के नाम की सिफारिश अगले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पद के लिए केंद्रीय कानून मंत्रालय से की है। रिटायर होने जा रहे जज सुप्रीम कोर्ट से वरिष्ठतम जज के नाम की सिफारिश कानून मंत्रालय से करते हैं और जस्टिस गवई अभी सीजेआई संजीव खन्ना के बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज हैं।
2005 में हाई कोर्ट के स्थायी जज बने
सीजेआई खन्ना ने नए मुख्य न्यायाधीश के लिए केंद्रीय कानून मंत्रालय को जस्टिस गवई को अगले सीजेआई के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। देश की सबसे बड़ी अदालत में जजों के रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है। जस्टिस गवई का संबंध महाराष्ट्र से है। उनका जन्म 24 नवंबर, 1960 को अमरावती में हुआ था। उन्हें 14 नवंबर, 2003 को बॉम्बे हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था। 2 साल बाद वह 12 नवंबर, 2005 को हाई कोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बने। जस्टिस गवई सुप्रीम कोर्ट में कई संविधान पीठ का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने कई अहम और चर्चित फैसले सुनाए हैं।
भारत के 52वें प्रधान न्यायाधीश
जस्टिस गवई जब 14 मई को पद की शपथ लेंगे तो वो भारत के 52वें प्रधान न्यायाधीश बन जाएंगे। लेकिन वो सिर्फ छह महीने ही सीजेआई के पद पर रह पाएंगे क्योंकि 23 नवंबर, 2025 को उनकी उम्र 65 वर्ष की हो जाएगी जिस उम्र में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को रिटायर होना होता है।
कौन है जस्टिस बीआर गवई
जस्टिस बीआर गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उनके पिता आरएस गवई एक प्रसिद्ध राजनेता थे, जो रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) से सांसद और बाद में राज्यपाल रहे। उनके भाई राजेंद्र गवई भी एक राजनेता हैं. जस्टिस गवई ने अपनी कानून की पढ़ाई नागपुर विश्वविद्यालय से पूरी की और 1985 में वकालत शुरू की। इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट में उन्होंने वकालत से की। 2000 में उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट में स्थायी जज बनाया गया। 2019 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया।