
गोरखपुर: पूर्वांचल के रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। रेलवे बोर्ड ने नकहा-बढ़नी-गोंडा रेलवे रूट को डबल लाइन में परिवर्तित करने की बहुप्रतीक्षित योजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के लिए लगभग 4 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया गया है। अब रूट पर लिडार (LiDAR) तकनीक से सर्वे का कार्य तेजी से प्रारंभ कर दिया गया है।
इन जिलों से होकर गुजरेगा रेलवे ट्रैक
यह डबल लाइन रेलवे रूट गोरखपुर, महराजगंज और सिद्धार्थनगर जिलों से होकर गुजरेगा। इसकी कुल लंबाई लगभग 215 किलोमीटर होगी। इस लाइन के दोहरीकरण से न सिर्फ इन जिलों को, बल्कि पूरे पूर्वांचल और बिहार से लखनऊ और दिल्ली की ओर यात्रा करने वालों को सीधी और सुगम सुविधा प्राप्त होगी।

वर्तमान में इस सिंगल ट्रैक रूट पर 12 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें संचालित होती हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस
- आनंद विहार हमसफर एक्सप्रेस
- गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस
- गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस
- गोमतीनगर इंटरसिटी

लिडार तकनीक से होगा सटीक सर्वेक्षण
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार, “लिडार एक उन्नत सर्वे तकनीक है, जो जमीन की भौगोलिक संरचना, ऊंचाई और बाधाओं का अत्यंत सटीक डेटा प्रदान करती है। इससे तकनीकी चुनौतियों को पहले ही चिन्हित कर उनके समाधान की दिशा में काम किया जा सकेगा।”
योजना से जुड़ी संभावनाएं और लाभ
- रूट पर ट्रेनों की संख्या और गति दोनों में इजाफा होगा।
- यात्रियों को देरी से राहत मिलेगी।
- मालवाहन (freight traffic) भी अधिक कुशलता से संचालित हो सकेगा।
- क्षेत्रीय विकास को मिलेगा नया आयाम।
