खासपुर कांड पर बोले पूर्व सांसद राजा रामपाल, केवल गिरफ्तारी नहीं गांव की सुरक्षा भी जरूरी

रिपोर्ट – पुनीत कुमार
कानपुर (बिल्हौर): खासपुर गांव में पूर्व प्रधान अशोक कटियार पर हुए जानलेवा हमले के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को गांव का दौरा कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे पूर्व सांसद व सपा के राष्ट्रीय सचिव राजा रामपाल ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी सिर्फ एक शुरुआत है, ग्रामीणों की सुरक्षा और भयमुक्त माहौल की बहाली ज़रूरी है।
प्रशासन से वार्ता की तैयारी
राजा रामपाल ने कहा कि ऐसी घटनाएं पहली बार नहीं हुई हैं। फर्क बस इतना है कि इस बार मामला सामने आ गया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सपा की ओर से डीएम और पुलिस कमिश्नर से जल्द ही इस विषय में संवाद किया जाएगा, ताकि गांव में शांति और सुरक्षा का माहौल लौट सके।
सदन में उठेगी आवाज
सपा जिलाध्यक्ष मुनींद्र शुक्ला ने कहा कि कुर्मी समाज के खिलाफ लगातार हो रहे अत्याचारों को समाजवादी पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के 110 विधायक विधानसभा में इस मुद्दे को पूरी मजबूती से उठाएंगे।

नेताओं की अपील: डटे रहिए, न्याय मिलेगा
पूर्व जिलाध्यक्ष निर्भय सिंह ने ग्रामीणों से अपील की कि वे डरकर गांव न छोड़ें। उन्होंने कहा, “खटमल से डरकर खटिया नहीं छोड़ी जाती। मखमल खुद ही भाग जाते हैं अगर गर्मी पैदा की जाए।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि सपा के साथ रहकर ग्रामीण निडर हो सकते हैं।
घटना का संक्षेप
24 मई की रात पूर्व प्रधान अशोक कटियार पर पड़ोसियों ने रंजिशन हमला कर जान से मारने की कोशिश की थी। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कृष्णा, कमलेश, रामदीन और रमन के खिलाफ केस दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया है।
अब भी कायम है दहशत

गांव में अपराधियों के हमलों, झूठे मुकदमों और दलित उत्पीड़न के मामलों से ग्रामीण अब भी दहशत में हैं। कुछ लोगों ने तो अपने घरों के बाहर ‘बिक्री हेतु’ पोस्टर भी लगा दिए हैं, जो इस भयावह स्थिति को दर्शाता है। यही वजह है कि विपक्ष अब इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल में ये रहे मौजूद

इस मौके पर सपा के नीता सचान, आशीष यादव चटरू, शौर्य यादव, अर्चना रावल, जितेंद्र कटियार, रचना सिंह, श्याम सुंदर यादव, कार्तिकेय शुक्ला, साहिर हुसैन जाफरी, विकास कटियार, प्रदीप सविता और आशू यादव मौजूद थे।