
रिपोर्ट – अंजनी शर्मा
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद की घाटमपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले सजेती थाना क्षेत्र के असधना गांव में उस समय हलचल मच गई जब ग्रामीणों ने गांव के बाहर एक गिरी हुई बांस की कोठी में लकड़बग्घे के तीन शावकों को देखा। ग्रामीणों द्वारा तत्काल इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई, जिसके बाद विभाग ने मौके पर पहुंचकर शावकों की जांच-पड़ताल की।
शावक पाए जाने के बाद वन विभाग ने उठाए जरूरी कदम

वन दारोगा धीरज तिवारी ने बताया कि शावक लगभग 15 दिन के हैं और इनकी आंखें खुल चुकी हैं। उन्होंने बताया कि तेज आंधी में गिरी बांस कोठी में ये शावक छिपे हुए थे। वन विभाग द्वारा शावकों की सुरक्षा के लिए बांस कोठी को हटाया जाएगा ताकि उन्हें किसी तरह की हानि न पहुंचे।
माता-पिता की तलाश जारी, ग्रामीणों में डर का माहौल
यदि शावकों के माता-पिता आसपास दिखाई देते हैं, तो उन्हें सुरक्षित तरीके से गांव से दूर करने की योजना बनाई गई है। वहीं, चिड़ियाघर प्रशासन को भी इस बारे में सूचना दे दी गई है ताकि उचित कदम समय पर उठाए जा सकें।

इस बीच, गांव में लकड़बग्घों की उपस्थिति से लोग काफी सहमे हुए हैं। कई ग्रामीणों ने अपने छोटे बच्चों को बाहर खेलने से रोक दिया है और सुरक्षा को लेकर वन विभाग से सहयोग की मांग की है।