
रिपोर्ट – सुहैल अंसारी
कानपुर। नगर निगम ने शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक नई पहल की है। नगर निगम मुख्यालय के भूमि तल पर स्थित नागरिक सुविधा केंद्र पर ई-रिक्शा और ई-ऑटो चालकों को क्यूआर कोड का वितरण शुरू कर दिया गया है। इस पहल का शुभारंभ माननीय महापौर श्रीमती प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त, संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) और नगर आयुक्त की उपस्थिति में किया गया।

दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में चालक निगम कार्यालय पहुंचे और क्यूआर कोड पाकर उन्होंने अपनी खुशी और राहत जाहिर की।
क्यूआर कोड वितरण के प्रमुख लाभ

इस आधुनिक क्यूआर कोड प्रणाली से जुड़े कई लाभ हैं, जिनका सकारात्मक असर सीधे जनता और चालकों पर पड़ेगा।
- यातायात व्यवस्था होगी सुगम: प्रमुख चौराहों पर यातायात का दबाव कम होगा।
- निर्धारित रूट आवंटन: प्रत्येक ई-रिक्शा/ई-ऑटो को विशेष रूट दिए गए हैं, जिससे संचालन सुव्यवस्थित होगा।
- शिकायत की सुविधा: यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा हो तो क्यूआर कोड स्कैन कर शिकायत दर्ज की जा सकेगी।
- महिला सुरक्षा में सहायक: क्यूआर कोड से चालक की पूरी जानकारी प्राप्त कर साझा की जा सकती है, जिससे सुरक्षा का स्तर बढ़ेगा।
- नियमों का पालन बेहतर: यह प्रणाली यातायात नियमों को बेहतर तरीके से लागू करने में मददगार होगी।

चालकों को मिला आत्मविश्वास
कुछ ई-रिक्शा चालकों ने कहा कि अब उन्हें वसूलीबाजों से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनके पास अब सरकारी प्रमाणित क्यूआर कोड है, जो उनकी वैधता को दर्शाता है।

इस कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त यातायात रवींद्र कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त यातायात अर्चना सिंह, तथा नगर निगम के कई अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।