
रिपोर्ट – अंजनी शर्मा
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर कमिश्नरेट के घाटमपुर थाना क्षेत्र से एक नौकरी ठगी का मामला सामने आया है, जहां तीन युवकों से कुल 60,000 रुपये की ठगी की गई। आरोप है कि उन्हें नौकरी दिलाने का लालच देकर पैसे ऐंठे गए और बाद में ठग फरार हो गए।

यह घटना तब उजागर हुई जब पीड़ित युवक आज़ाद पार्टी के जिलाध्यक्ष फौजी भारत भूषण के साथ थाना पहुंचे और पुलिस को शिकायती पत्र सौंपा।
व्हाट्सएप ग्रुप के ज़रिये रची गई ठगी की साजिश
पीड़ित युवकों के अनुसार, भीम आर्मी नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप में एडमिन कप्तान सिंह गौतम ने नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। पहले प्रत्येक युवक से 500 रुपये लिए गए और फिर लखनऊ में एक निश्चित तारीख पर 20-20 हजार रुपये लाने को कहा गया।
- तीनों युवक उसकी बातों में आकर कुल 60 हजार रुपये दे बैठे।
- जैसे ही पैसे दिए गए, कप्तान सिंह अपने एक साथी के साथ गायब हो गया।
- कुछ समय बाद युवकों को ठगे जाने का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई।
पुलिस का क्या है कहना?
घाटमपुर थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए युवकों को सुनवाई और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस फिलहाल सभी तथ्यों की जांच कर रही है और संबंधित व्यक्ति की पहचान कर उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

आखिर में क्यों है यह खबर ज़रूरी?
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया ठगी का एक बड़ा माध्यम बनता जा रहा है। इसलिए ज़रूरी है कि नौकरी या अन्य किसी सेवा के लिए भुगतान करने से पहले व्यक्ति की सत्यता की जांच कर ली जाए, साथ ही, कोई भी संदेहजनक व्यवहार सामने आए तो तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करें।