कानपुर में निलंबित सीएमओ ने लगाए डीएम पर गंभीर आरोप, मुख्यमंत्री को भेजा शिकायत पत्र

रिपोर्ट – नीरज तिवारी
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में स्वास्थ्य विभाग के सस्पेंड सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी ने जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने न सिर्फ जातीय टिप्पणी और अपमानजनक व्यवहार की बात कही, बल्कि मीटिंग के दौरान थप्पड़ मारने तक का दावा किया है। डॉ. नेमी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को विस्तृत पत्र भी भेजा है।

क्या हैं डॉ. नेमी के आरोप?
डॉ. हरिदत्त नेमी का कहना है कि—
- डीएम मीटिंग के दौरान उन्हें जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते थे।
- एक मीटिंग में सिर पर थप्पड़ मारने की घटना का भी आरोप लगाया गया है।
- सीबीआई से चार्जशीटेड सप्लायर राजेश शुक्ला को भुगतान न करने पर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया।
- मेडिकल सप्लाई के सामान का बैच अलग होने पर भुगतान रोका गया था, जिसकी सूचना उन्होंने पत्र के माध्यम से डीएम को दी थी।
- लेखा अधिकारी वंदना सिंह पर सप्लायर के पक्ष में दबाव बनाने का आरोप लगाया।
- डॉ. नेमी का कहना है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया और सिस्टम में शामिल होने का दबाव डाला गया।

अन्य अधिकारियों पर भी निशाना
इसके अलावा डॉ. नेमी ने वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुबोध प्रकाश और लेखा अधिकारी वंदना सिंह पर भी आरोप लगाए। उनका दावा है कि डॉ. सुबोध प्रकाश बीते 20 वर्षों से कानपुर में जमे हैं और सपा के इशारे पर काम करते हैं। वंदना सिंह लगातार फोन और पत्र के माध्यम से भुगतान के लिए दबाव बनाती थीं।

भेजी गई शिकायत
डॉ. नेमी ने बताया कि उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत मुख्य सचिव से लेकर स्वास्थ्य सचिव और सीएम कार्यालय को ई-मेल और व्हाट्सअप के माध्यम से भेजी गई है।