
रिपोर्ट – विवेक कृष्ण दीक्षित
कानपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत शनिवार को तीन दिवसीय प्रवास पर कानपुर पहुंचे। खास बात यह है कि पिछले 6 महीनों में यह उनका दूसरा दौरा है, जिससे संघ की आगामी रणनीतियों और सांगठनिक गतिविधियों को लेकर इस यात्रा को बेहद अहम माना जा रहा है।
आरएसएस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेंगे
मोहन भागवत यहां आरएसएस के प्रबुद्ध वर्ग के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे, जो इन दिनों कानपुर में चल रहा है। जानकारी के अनुसार, इससे पूर्व आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी बीते चार दिनों से इसी शिविर में रुके हुए थे और भागवत के आगमन से पहले ही वह प्रस्थान कर चुके हैं।
2027 की तैयारी और संगठनात्मक दिशा
गौरतलब है कि इससे पहले भी जब लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक थे, तब मोहन भागवत का कानपुर दौरा हुआ था। ऐसे में आगामी 2027 लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस दौरे को रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

संघ के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार, मोहन भागवत इस दौरान कार्यकर्ताओं को न सिर्फ प्रशिक्षण देंगे, बल्कि उन्हें यह भी निर्देशित करेंगे कि सरकार की नीतियों को आम जनता तक कैसे पहुँचाया जाए और किस तरह देश के समसामयिक विषयों पर संघ की भूमिका को प्रभावी बनाया जाए।
सुरक्षा और व्यवस्था
भागवत जी के आगमन को लेकर कानपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। उनके कानपुर पहुंचते ही भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें उनके ठहराव स्थल तक ले जाया गया।