
रिपोर्ट – नीरज तिवारी
कानपुर: प्रशासन में इन दिनों दो शीर्ष अधिकारियों में जिलाधिकारी (DM) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के बीच जारी तनातनी ने नया मोड़ ले लिया है। दोनों अधिकारियों के बीच चल रही खींचतान अब सार्वजनिक बहस का विषय बन चुकी है।
एक-दूसरे को हटाने की मुहिम

सूत्रों के मुताबिक, डीएम और सीएमओ दोनों ही एक-दूसरे को हटवाने के लिए प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। यह मामला तब और गर्माया जब दोनों पक्षों ने आंतरिक स्तर पर रिपोर्ट और पत्राचार के ज़रिए एक-दूसरे के कामकाज पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।

राजनीति में भी दिखा विभाजन
इस विवाद ने अब राजनीतिक रंग भी लेना शुरू कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष सहित कई बीजेपी नेता इस मुद्दे पर दो गुटों में बंट गए हैं। कुछ नेता जिलाधिकारी के पक्ष में हैं तो कुछ सीएमओ का समर्थन कर रहे हैं। इससे पार्टी के भीतर भी मतभेद की स्थिति बनी हुई है।
सीएमओ की कुर्सी पर भगवा तौलिया बना चर्चा का विषय
ताजा घटनाक्रम में बुधवार को सीएमओ कार्यालय की कुर्सी पर रखा भगवा तौलिया विशेष चर्चा का केंद्र बन गया। ऐसा कहा जा रहा है कि यह प्रतीकात्मक कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की नकल के रूप में लिया गया है, क्योंकि उनके बैठने की जगहों पर अक्सर भगवा तौलिया देखा जाता है।

हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि यह एक राजनीतिक संदेश देने का प्रयास भी हो सकता है। प्रतीकात्मक वस्तुएं अक्सर प्रशासनिक या राजनीतिक दबाव दिखाने के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं।
जनता की नजरें सरकार पर
वर्तमान में यह विवाद जहां प्रशासनिक सुशासन के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है, वहीं जनता भी उम्मीद कर रही है कि राज्य सरकार जल्द हस्तक्षेप कर स्थिति को सामान्य बनाएगी।