
रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मई को कानपुर दौरे के दौरान भाजपा के तीन स्थानीय नेताओं से उनकी मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है। इन नेताओं में संदीप ठाकुर, वीरेंद्र दुबे और अरविंद राज त्रिपाठी उर्फ छोटू शामिल हैं, जिनकी पृष्ठभूमि को लेकर कई आपराधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आई है।
प्रधानमंत्री से हुई थी हवाई अड्डे पर मुलाकात
इनमें से वीरेंद्र दुबे, जो भाजपा के विधिक एवं कानूनी विषय विभाग के क्षेत्रीय संयोजक हैं, ने चकेरी एयरफोर्स स्टेशन पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया था। इसके साथ ही संदीप ठाकुर और अरविंद त्रिपाठी की उपस्थिति भी दर्ज की गई, जो क्रमशः काकादेव और सीसामऊ थानों में हिस्ट्रीशीटर रहे हैं।
नेताओं की सफाई और पक्ष
संदीप ठाकुर ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और दावा किया कि उन्हें कई मामलों में बरी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि कुछ पुराने केस राजनीतिक द्वेष के चलते दर्ज हुए थे और अब वे पूरी तरह से निर्दोष साबित हो चुके हैं।

वहीं, वीरेंद्र दुबे ने स्पष्ट किया कि उनके विरुद्ध वर्तमान में कोई भी आपराधिक मामला लंबित नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 में बदले की भावना से एक ही दिन में छह केस दर्ज किए गए थे, जो अब समाप्त हो चुके हैं।
सार्वजनिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
हालांकि, इन मुलाकातों के बाद राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या प्रधानमंत्री से मुलाकात की सूची में शामिल किए जाने से पहले पृष्ठभूमि की जांच की जाती है। भाजपा के कई नेताओं और विपक्षी दलों ने सूची निर्माण की प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की है।