कानपुर कचहरी में हंगामा, दरोगा को मारा थप्पड़ — आरोपी वकील को छुड़ाने में भिड़े अधिवक्ता

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर कचहरी परिसर में बुधवार को उस समय हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब पुलिस एक बहिष्कृत अधिवक्ता को गिरफ्तार करने पहुंची। आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान वकीलों ने जमकर विरोध किया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान धक्का-मुक्की, नारेबाजी और यहां तक कि एक दरोगा को थप्पड़ तक मार दिया गया। पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला?
रावतपुर के केशवपुरम निवासी 22 वर्षीय एलएलबी छात्र अभिजीत सिंह पर 25 अक्टूबर को जानलेवा हमला हुआ था। आरोप है कि हमलावरों ने चापड़ से बेरहमी से हमला किया, जिससे अभिजीत गंभीर रूप से घायल हो गया।
- उसकी दो अंगुलियां कट गईं
- सिर पर गहरे घाव आए
- पेट पर वार से आंतें बाहर निकल आईं
फिलहाल अभिजीत का इलाज सर्वोदय नगर के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
आरोपी की गिरफ्तारी पर भड़के वकील
इस मामले के मुख्य आरोपी कचहरी से बहिष्कृत अधिवक्ता प्रिंस राज श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को रावतपुर थाना पुलिस कचहरी पहुंची थी।
जैसे ही पुलिस ने प्रिंस राज को वैन में बैठाया, वकीलों की भीड़ ने पुलिस को घेर लिया और आरोपी को छुड़ाने का प्रयास करने लगी।
देखते ही देखते स्थिति तनावपूर्ण झड़प में बदल गई —
- वकीलों और पुलिस के बीच तीखी बहस
- एक व्यक्ति ने दरोगा को थप्पड़ मारा
- धक्का-मुक्की और गाली-गलौज
- पुलिसकर्मी मौके से जान बचाकर भागे
कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपी प्रिंस राज को लेकर सुरक्षित थाने पहुंची।
पुलिस की चुप्पी, कोर्ट ने भेजा कस्टडी में
इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
हालांकि, आरोपी प्रिंस राज श्रीवास्तव को गुरुवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अदालत में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में नाराज़गी देखने को मिल रही है। कई लोग इसे कानून व्यवस्था की नाकामी बता रहे हैं, तो कुछ वकीलों की इस हरकत की आलोचना कर रहे हैं।
“कानपुर कचहरी की यह घटना कानून के रखवालों और कानून के जानकारों के बीच टकराव का बड़ा उदाहरण बन गई है। अब सबकी निगाहें पुलिस प्रशासन और बार एसोसिएशन की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।”



