भाजपा नेता वीरेंद्र दुबे और बेटी अपर्णा दुबे पर आफत, सुसाइड नोट में आया नाम – लीज पर दिया था पैराडाइज होटल

- सुसाइड नोट में दुबे की बेटी अपर्णा का नाम
- अफरोज आलम को नौ लाख सिक्योरिटी वापस न मिली तो जहर खाया
- कोतवाली पुलिस जांच में जुटी मामले की
- बिगड़ी छवि , जनभावना इन्साफ चाहती है
- दुबे परिवार पर पहले से जमीन हड़पने, धोखाधड़ी, धमकी के कई आरोप पुलिस में दर्ज हैं
- पुलिस अब सुरक्षा कैमरे, मोबाइल चैट, बैंक रिकॉर्ड समेत सबूत जुटा रही है
कानपुर। भाजपा नेता वीरेंद्र दुबे के कानपुर स्थित होटल पैराडाइज के कर्मचारी अफरोज आलम ने साझेदारों एवं दुबे की बेटी अपर्णा दुबे पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए आत्महत्या का प्रयास किया, जिसमें उन्होंने बेटी का नाम स्पष्ट रूप से लिखा। मामला अब कोतवाली पुलिस के जांच दायरे में है, और दवा देहवी (भारत सरकार) के तहत दर्ज हो सकता है।
इस मामले ने दुबे परिवार के लिए चार्टर्ड लाइफ़ को दाग़दार तोह बना ही दिया, साथ ही यह भी सामने आया कि परिवार पर पहले भी जमीन हड़पने, धमकी, वित्तीय धोखाधड़ी समेत कई आपराधिक आरोप दर्ज हो चुके हैं।
आत्महत्या का प्रयास
अफरोज आलम ने सुसाइड नोट में साझेदारों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, जिसमें कहा गया है कि लीज पर लिए होटल में घाटा होने के बाद धरोहर राशि वापस नहीं मिलने पर वह हताश हो गया था, जहर खाकर जिंदगी को अलविदा कहने का प्रयास किया, खबर मिलने पर होटल कर्मचारियों ने नाजुक हालत में उर्सला अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टर्स ने हैलट रेफर कर दिया। हैलट में प्राथमिक इलाज के बाद परिजन उसे लेकर किसी निजी अस्पताल चले गए हैं।
होटल का विवाद
अफरोज आलम और उनके मित्र विवेक वर्मा ने कचहरी के पास स्थित वीरेंद्र दुबे का होटल ‘पैराडाइज’ लीज पर लिया था।
धोखाधड़ी का आरोप
अफरोज का आरोप है कि होटल छोड़ने के बाद भी वीरेंद्र दुबे की बेटी अपर्णा दुबे ने उनसे ली गई 9 लाख रुपये की धरोहर राशि वापस नहीं की।
भाजपा नेता का इतिहास
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, भाजपा नेता वीरेंद्र दुबे का पुराना आपराधिक इतिहास है, वर्ष 1987 में नजीराबाद थाने में दर्ज पहली एफआईआर के बाद वर्ष 2004 तक वीरेंद्र दुबे पर ताबड़तोड़ मामले दर्ज हुए थे और हाल ही में वीरेंद्र दुबे उनकी पत्नी सरोज दुबे और बेटी अपर्णा दुबे के खिलाफ जमीन हड़पने, धमकी, कूट-रचित डॉक्यूमेंट, धोखाधड़ी समेत तीन बड़े मामले 2024 में कोतवाली पुलिस व् 2025 में कोर्ट में दर्ज हैं।