
रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव सामने आया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) हरिदत्त नेमि को निलंबित कर दिया गया है और लखनऊ से संबंध किया गया है। अब उनकी जगह श्रावस्ती के सीएमओ डॉक्टर उदय नाथ को नया कानपुर सीएमओ नियुक्त किया गया है।

यह फैसला ऐसे समय में आया है जब बीते सप्ताह से जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और पूर्व सीएमओ हरिदत्त नेमि के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई थी। अंततः शासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल निलंबित कर दिया गया है।

डीएम और सीएमओ के बीच क्यों हुआ था विवाद?
विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने काशीराम संयुक्त चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में लगभग 100 से अधिक डॉक्टर और कर्मचारी ड्यूटी से नदारद पाए गए थे।

इसके बाद डीएम ने सीएमओ हरिदत्त नेमि को निर्देश दिया कि अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। हालांकि, सीएमओ द्वारा इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे दोनों अधिकारियों के बीच टकराव और बढ़ गया।
जब राजनीतिक स्तर पर भी छिड़ा था टकराव
इस विवाद ने उस समय राजनीतिक रंग भी ले लिया जब विधानसभा अध्यक्ष और महाराजपुर विधायक सतीश महाना ने सीएमओ के पक्ष में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। हालांकि, शासन स्तर पर इस पत्र का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा।

वहीं, बिठूर के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने डीएम का समर्थन करते हुए सीएमओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने दोनों पक्षों को शांत करने के निर्देश दिए और अंततः हरिदत्त नेमि को निलंबित कर दिया गया है और लखनऊ से संबंध किया गया है।

नए सीएमओ से जनता को उम्मीदें
अब कानपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था की जिम्मेदारी डॉक्टर उदय नाथ के कंधों पर है। उन्हें श्रावस्ती से स्थानांतरित किया गया है। स्थानीय जनता को उम्मीद है कि वे स्वास्थ्य सेवाओं को और पारदर्शी एवं प्रभावी बनाएंगे।