बिकरू कांड में घायल पुलिसकर्मियों से वसूली पर रोक लगाने और क्षमा याचना की मांग उठी

रिपोर्ट – शिवा शर्मा
लखनऊ।
बिकरू कांड के दौरान घायल हुए बहादुर पुलिसकर्मियों से उपचार हेतु दी गई धनराशि की वसूली को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए तत्काल वसूली रोकने और विभागीय क्षमा याचना की मांग की है।

डीजीपी को भेजा गया पत्र
अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि यह मानना बिल्कुल असंभव है कि गंभीर रूप से घायल सिपाही उस स्थिति में किसी प्रकार की आर्थिक सहायता के लिए लिखित अनुरोध कर सकते थे। इतना ही नहीं, संबंधित पुलिसकर्मियों ने भी किसी प्रकार की सहायता मांगने से इनकार किया है।

वसूली को बताया अमानवीय और विधिविरुद्ध
ठाकुर ने आगे कहा कि जिन पुलिसकर्मियों ने अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान जान जोखिम में डाली, उनसे अब यह धनराशि वापस मांगी जा रही है, जो न सिर्फ अमानवीय और निंदनीय, बल्कि कानूनी रूप से भी अनुचित है। इसलिए यह आवश्यक है कि इस निर्णय को तुरंत रद्द किया जाए।

मानसिक आघात के लिए क्षमा याचना की मांग
उन्होंने मांग की है कि पुलिस विभाग के मुखिया होने के नाते डीजीपी इस प्रकार की वसूली पर तत्काल रोक लगाएं और जिन सिपाहियों को इस नोटिस के कारण मानसिक आघात पहुँचा है, उनसे औपचारिक रूप से क्षमा याचना करें। इससे न केवल न्याय का भाव प्रबल होगा, बल्कि पुलिस बल के मनोबल को भी मजबूती मिलेगी।