IIT कानपुर में BIS-SIIC वर्कशॉप: स्टार्टअप्स को नवाचार और गुणवत्ता की दिशा में मिलेगा नया मार्गदर्शन

रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), IIT कानपुर द्वारा संयुक्त रूप से “नवाचार से प्रभाव तक: स्टार्टअप्स के लिए BIS मानकों की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य स्टार्टअप्स को गुणवत्ता मानकों के महत्व से परिचित कराना और उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना रहा।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
उद्घाटन सत्र में प्रो. तरुण गुप्ता, डीन (अनुसंधान एवं विकास), IIT कानपुर; प्रो. दीपू फिलिप, प्रोफेसर, SIIC प्रभारी; रीना गर्ग, उप महानिदेशक (मानकीकरण-I), BIS; प्रो. एम. जलील अख्तर, BIS मानकीकरण चेयर प्रोफेसर; तथा सुधीर बिश्नोई, प्रमुख, लखनऊ शाखा कार्यालय, BIS मौजूद रहे। BIS के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने वर्चुअल माध्यम से शुभकामनाएं दीं।

कार्यशाला में AI-ML, हेल्थटेक, एग्रीटेक, डिफेंस, एयरोस्पेस और क्लीनटेक जैसे क्षेत्रों से जुड़े स्टार्टअप्स ने भाग लिया। इस दौरान स्टार्टअप्स को क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर (QCOs), उत्पाद प्रमाणन, और वैश्विक बाज़ार में पहुंच से जुड़े तकनीकी व व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी दी गई।
BIS: नवाचार के लिए एक सहायक मंच
इस अवसर पर रीना गर्ग ने बताया, “BIS देश के 25,000 से अधिक मानकों और 400 तकनीकी समितियों के माध्यम से स्टार्टअप्स को दिशा देने का काम कर रहा है। हम नवाचार को मानकीकरण के साथ जोड़कर भारत की आर्थिक वृद्धि में सहायक बनना चाहते हैं।”

वहीं, IIT कानपुर के डीन प्रो. तरुण गुप्ता ने कहा कि “स्टार्टअप्स और BIS का सहयोग, नवाचार और गुणवत्ता के मिलन से नए रास्ते खोलता है। यह साझेदारी किसी बाधा की बजाय एक सशक्त लॉन्चपैड है।”

SIIC प्रभारी प्रो. दीपू फिलिप ने कहा, “हम नवाचार को व्यावसायिक उत्पादों में बदलने की दिशा में कार्य करते हैं और BIS के सहयोग से स्टार्टअप्स को यह संदेश देना चाहते हैं कि मानक केवल नियम नहीं, बल्कि सफलता की नींव हैं।”
BIS और SIIC: सहयोग की दिशा में नया कदम
BIS द्वारा स्टार्टअप्स को मानक निर्माण में भागीदारी के लिए भी प्रेरित किया गया। वर्कशॉप के नॉलेज सेशन में BIS की भूमिकाओं—मानक निर्माण, हॉलमार्किंग, प्रणाली प्रमाणन, उपभोक्ता संरक्षण और वैश्विक उपस्थिति—पर विस्तार से चर्चा हुई।

कार्यक्रम के अंत में BIS ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वे उद्यमिता समुदाय के साथ मिलकर भविष्य के समावेशी मानकों के सह-निर्माण में सहयोग करते रहेंगे।
BIS और SIIC के बारे में संक्षेप में
BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) भारत सरकार का मानक निर्धारण निकाय है, जो उत्पादों की गुणवत्ता, उपभोक्ता सुरक्षा और नवाचार को प्रोत्साहित करता है। SIIC (स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर), IIT कानपुर द्वारा संचालित एक अग्रणी प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर है, जिसने अनेक स्टार्टअप्स को विचार से व्यावसायिक सफलता तक पहुंचाया है।