कानपुर: निजी अस्पतालों की लापरवाही से दो मौतें, सील ICU में इलाज और इंजेक्शन से बच्ची की मौत

कानपुर: निजी अस्पतालों की लापरवाही से दो मौतें, सील ICU में इलाज और इंजेक्शन से बच्ची की मौत
रिपोर्ट – आरिफ़ मोहम्मद
कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र में निजी अस्पतालों की लापरवाही और स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता के कारण दो दर्दनाक मौतों ने चिकित्सा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन घटनाओं में एक युवक और एक मासूम बच्ची की जान चली गई, और दोनों मामलों में अस्पताल प्रबंधन की गंभीर अनियमितता सामने आई है।
सील ICU में इलाज से युवक की मौत
पहली घटना कल्याणपुर स्थित चंद्रा नर्सिंग होम की है, जहां उपचार के दौरान एक युवक की मौत हो गई। जब परिजनों ने विरोध जताया, तो उन्हें पता चला कि अस्पताल का आईसीयू पहले से ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील किया जा चुका था। बावजूद इसके, वहां इलाज जारी था।
परिजनों ने कल्याणपुर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम ने अस्पताल के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी रमित रस्तोगी के अनुसार, “आईसीयू को पूर्व में सील किया गया था, फिर भी उसे चालू पाया गया। उपकरण चालू थे और मौके से आज की तारीख वाला ईसीजी रिकॉर्ड भी मिला।” इस पर 24 घंटे में मरीजों को शिफ्ट करने के निर्देश के साथ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इंजेक्शन के बाद मासूम बच्ची की मौत
दूसरी घटना में, मकसूदाबाद निवासी निर्मल कुमार की पांच वर्षीय बेटी आरवी, जो केजी कक्षा की छात्रा थी, को तेज बुखार के कारण कल्याणपुर स्थित सिंघल मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने स्वयं बच्ची को नहीं देखा और नर्सिंग स्टाफ को फोन पर निर्देश देकर चार इंजेक्शन लगा दिए गए।

इंजेक्शन के बाद बच्ची की हालत तेजी से बिगड़ गई और उसे हैलट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच

कल्याणपुर इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि डॉ. अनूप अग्रवाल के खिलाफ इलाज में लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।सहायक पुलिस आयुक्त रंजीत कुमार ने मीडिया को बताया कि दोनों मामलों में विधिक कार्रवाई प्रारंभ की गई है और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आगे की जांच की जाएगी।