
रिपोर्ट – शिवा शर्मा
उत्तर भारत में हो रही लगातार भारी बारिश का असर अब कानपुर में भी साफ देखने को मिल रहा है। यहां गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और अब यह खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच चुका है। जलस्तर में हो रही इस निरंतर वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन ने गंगा बैराज के 10 गेट खोल दिए हैं, जिससे नदी में बहाव और अधिक तेज़ हो गया है।

चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचा जलस्तर
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, गंगा का जलस्तर अभी चेतावनी बिंदु से कुछ मीटर नीचे है। हालांकि, यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा, तो यह जल्द ही बाढ़ की स्थिति में बदल सकता है।

इस संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड पर डाल दिया है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तटवर्ती क्षेत्रों की लगातार निगरानी करें और किसी भी स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

बाढ़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन की सतर्कता
हालांकि, प्रशासन ने इस बार पूर्व तैयारी कर रखी है। सभी बाढ़ चौकियों, राहत शिविरों और आवश्यक उपकरणों को पहले से एक्टिव मोड में रखा गया है। प्रशासन का कहना है कि निचले इलाकों में बसे लोगों को समय पर सूचना और आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

जनता से भी की गई सहयोग की अपील
प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल प्रशासनिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। यदि उन्हें किसी भी प्रकार की बाढ़ संबंधी जानकारी या सहायता की आवश्यकता हो, तो वे तुरंत आपदा कंट्रोल रूम या नजदीकी बाढ़ चौकी से संपर्क करें।