
रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर: नगर निगम कानपुर में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर महापौर प्रमिला पांडेय ने एक बार फिर सक्रियता दिखाई है। शनिवार को महापौर ने नगर निगम मुख्यालय स्थित जोन-4 के जन्म-मृत्यु कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं।

छह माह से लंबित थे 178 प्रमाण पत्र
निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि पिछले छह महीनों से 178 जन्म प्रमाण पत्र लंबित पड़े थे, जो कार्यालय में ही बिना निपटान के रखे गए थे। यही नहीं, कई अन्य प्रमाण पत्र भी बिना उचित रिकॉर्डिंग के पड़े मिले।

जांच के दौरान जब महापौर द्वारा रजिस्टर का अवलोकन किया गया, तो पाया गया कि संबंधित प्रमाण पत्रों का उल्लेख ही रजिस्टर में दर्ज नहीं था। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए, महापौर ने तत्काल प्रभाव से कार्यालय को ताला लगाकर सील कर दिया।
अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर अपर नगर आयुक्त मोहम्मद अवेश, जगदीश यादव एवं जोन-4 के जोनल अधिकारी राजेश सिंह को बुलाया गया। महापौर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि:

- जोन-4 कार्यालय में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को तत्काल हटाया जाए
- उनकी जगह नये स्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए
- सभी लंबित प्रमाण पत्रों की जांच कर रजिस्टर में अंकन कराते हुए शीघ्र निर्गमन सुनिश्चित किया जाए

जनता को राहत देने की पहल
महापौर का यह कदम नगर निगम के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। यह निरीक्षण न केवल प्रशासनिक उदासीनता पर चोट है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनता से जुड़ी सेवाओं में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।