उत्तर प्रदेश के 230 दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को ₹5-5 लाख की सहायता, कानपुर के 7 अधिवक्ता भी शामिल

रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर, 12 जून 2025।
उत्तर प्रदेश में वर्षों से लंबित अधिवक्ताओं के मृत्यु दावों को लेकर एक अहम प्रगति हुई है। अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासी समिति ने प्रदेश के 230 दिवंगत अधिवक्ताओं के उत्तराधिकारियों को ₹5-5 लाख की सहायता राशि स्वीकृत करते हुए 11.5 करोड़ जारी किए हैं। इस सूची में कानपुर नगर के 7 अधिवक्ता और कानपुर देहात के 1 अधिवक्ता भी शामिल हैं।
कानपुर के 7 अधिवक्ताओं के परिजनों को मिला लाभ
जिन अधिवक्ताओं के परिजनों को इस सहायता योजना का लाभ मिला है, उनमें अनिलेंद्र सिंह, इमरान कमर, श्याम प्रकाश शुक्ला, विनोद कुमार त्रिवेदी, सुनील सिंह, संजीव कुमार त्रिपाठी, राजेन्द्र सिंह (कानपुर नगर) और रामदेव सिंह (कानपुर देहात) प्रमुख हैं।

इनके उत्तराधिकारियों के बैंक खातों में सीधे ₹5 लाख की राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह सहायता अधिवक्ताओं की मृत्यु के बाद उनके आश्रितों के लिए राहत का कार्य करेगी।
वर्षों से लंबित थे दावे
अधिवक्ता कल्याण संघर्ष समिति के संयोजक एवं पूर्व अध्यक्ष, लायर्स एसोसिएशन, पं. रविन्द्र शर्मा ने बताया कि “धनाभाव के चलते कई वर्षों से सैकड़ों मृत्यु दावे लंबित थे। संघर्ष समिति लगातार परिजनों की ओर से निःशुल्क फार्म भरवा कर पैरवी कर रही थी।”

उन्होंने आगे कहा कि “अब जब न्यासी समिति ने इन दावों को स्वीकृति दी है, तो यह अधिवक्ता समाज के लिए एक सकारात्मक कदम है।”
सरकार से की गई आगे की मांग
अरविंद दीक्षित, पूर्व उपाध्यक्ष, बार एसोसिएशन ने सरकार से आग्रह किया कि शेष लंबित दावों का भी शीघ्र निस्तारण किया जाए। उनका कहना था, “दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजन आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं, ऐसे में यह सहायता उन्हें राहत दे सकती है।”

आभार और समर्थन
इस अवसर पर जय माला वर्मा, संदीप श्रीवास्तव, शिवम गंगवार, ऐश्वर्या सिंह, शालिनी शुक्ला, आयुष शुक्ला, प्रियम जोशी, नमिता, देवेंद्र वर्मा, ऋषि मणि, ईश्वर अवस्थी, भगवत दास, अमरदीप वर्मा, वीर जोशी, इंद्रेश मिश्रा सहित कई अधिवक्ताओं ने न्यासी समिति का आभार व्यक्त किया।