
Muslims Join RSS : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में वाराणसी के दौरे के दौरान एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संघ की शाखाओं में सभी भारतीयों का स्वागत है, जिसमें मुस्लिम भी शामिल हैं। हालांकि, इस स्वागत के साथ एक शर्त जुड़ी हुई है। भागवत जी के अनुसार, मुस्लिम केवल तभी शाखा में शामिल हो सकते हैं यदि वे भारत माता की जय बोलने और भगवा ध्वज का सम्मान करने को तैयार हों। उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ की विचारधारा में किसी भी प्रकार का धार्मिक भेदभाव नहीं है। इस बयान के बाद से ही देश भर में बहस छिड़ गई है। भागवत ने अखंड भारत की महत्ता पर भी ज़ोर दिया और पाकिस्तान व बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस विचार को व्यवहारिक बताया।
शाखा में सभी का स्वागत
मोहन भागवत ने आगे कहा कि भले ही भारत देश में लोगों के धर्म अलग-अलग हों, लेकिन सबकी संस्कृति एक ही है। उन्होंने कहा कि हर शाखा में भारत के सभी धर्मों, संप्रदायों और जाति के लोगों का स्वागत किया गया है। बता दें कि मोहन भागवत ने लाजपत नगर में कार्यक्रम में हिस्सा लेने से पहले शनिवार 5 अप्रैल 2025 की शाम को काशी के वैदिक विद्वानों के साथ बैठक की। यहां उन्होंने विद्वानों से भारत को विश्व गुरु बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने की बातचीत की।
इस शर्त को करना होगा पूरा
RSS प्रमुख ने कहा, शाखा ( RSS) में सभी भारतीयों का स्वागत है, लेकिन इसके लिए एकमात्र शर्त यह है कि शाखा में शामिल होने के लिए आने वाले हर व्यक्ति को भारत माता की जय का नारा बोलने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए साथ ही उन्हें भगवा झंडा के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए।’ मोहन भागवत के इस जवाब की हर तरफ चर्चा हो रही है।