
लखनऊ – UP BJP District President : भारतीय जनता पार्टी (BJP) रविवार को उत्तर प्रदेश में अपने जिला अध्यक्षों की घोषणा करेगी। पहले बताया गया था कि होली से पहले नामों की घोषणा की जाएगी, लेकिन अब तय हुआ है कि कल यानि 16 मार्च को पार्टी के जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा होगी। बताया जा रहा है कि इस बार जिला अध्यक्ष तय करने में हुई देरी से पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी नाराज़ है। एक-एक जिला अध्यक्ष को लेकर ज़बरदस्त लॉबिंग हुई है। दो साल बाद मतलब 2027 में यूपी में चुनाव होगा।
चुनाव अधिकारी जिला अध्यक्षों के नाम का करेंगें ऐलान
यूपी में कुछ बड़े ज़िलों में ज़िला अध्यक्ष भी हैं और महानगर अध्यक्ष भी कानपुर में चार ज़िला अध्यक्ष हैं। इस तरह से कुल 98 ज़िला अध्यक्ष हैं। गुटबाज़ी और आपस में सहमति न बन पाने के कारण इनमें से 12 ज़िलों पर नाम अब भी तय नहीं हो पाया है। 16 मार्च को 86 जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा होगी। चुनाव अधिकारी अपने-अपने जिलों में जाकर अध्यक्ष के नाम का ऐलान करेंगे। पहली बार इस तरह की व्यवस्था की गई है।
80 के करीब जिलाध्यक्ष हो सकते हैं घोषित
दरअसल मार्च का महीना त्योहार और राजनीति के नजरिये से बेहद अहम है। 14 मार्च को होली और जुमा की नमाज अदा शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद अब सबकी नजरें सत्ताधारी बीजेपी पर टिकी हुई है। क्योंकि इस महीने बीजेपी जिलाध्यक्षों के साथ ही नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है। बीजेपी सूत्रों की माने तो 16 मार्च को बीजेपी यूपी के 80 से 85 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर सकती है। हालांकि इस बार बीजेपी जिलाध्यक्षों के नाम घोषित करने में नया प्रयोग करने जा रही है। बीजेपी जिलाध्यक्षों की लिस्ट प्रदेश स्तर से नहीं जारी करेगी, बल्कि पार्टी के जिला चुनाव अधिकारी जिलों में जाकर जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकते हैं।
जिलाध्यक्ष के बाद प्रदेश अध्यक्ष की होगी नियुक्ति
आपको बता दे की यूपी में 75 जिले हैं लेकिन बीजेपी ने उसे 98 संगठनात्मक जिलों में बांट रखा है। इन सभी जिलों में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होनी है। वैसे बीजेपी को 30 दिसंबर तक जिलाध्यक्षों की घोषणा करनी थी। लेकिन ढाई महीने बीते जाने के बाद भी बीजेपी जिलाध्यक्ष की सूची नहीं जारी कर पाई है। इसको लेकर चर्चा है कि आपसी खींचतान और सामाजिक समीकरणों का सामंजस्य फिट ना बैठने के कारण कई जिलों में अध्यक्ष के नाम पर आम सहमति नहीं बन पाई है।