कानपुर के सरायमीता में केमिकलयुक्त पानी पीने को मजबूर लोग, डीएम को सौंपा गया जल संकट का ज्ञापन

रिपोर्ट – शिवा शर्मा
कानपुर के सरायमीता में पेयजल संकट गहराया, केमिकलयुक्त पानी पी रहे लोग, डीएम को सौंपा ज्ञापन
जहां भीषण गर्मी से आम जनजीवन बेहाल है, वहीं कानपुर के कई इलाकों में पेयजल संकट अब एक गंभीर समस्या बन चुका है। सरायमीता, नौरैय्या खेड़ा, जमुई, बदुआपुर और औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को न केवल जल की कमी झेलनी पड़ रही है, बल्कि उन्हें केमिकलयुक्त दूषित पानी पीने के लिए मजबूर भी होना पड़ रहा है। इन क्षेत्रों में रहने वाले करीब 20 हजार से अधिक लोगों की सेहत खतरे में है।
जल संकट को लेकर डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए क्षेत्रीय निवासियों और पार्षदों ने एकजुट होकर कानपुर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल रहे।

2008 में डाली गई पाइपलाइन, फिर भी जारी है जल संकट
पवन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2008 में ही पाइपलाइन और पानी टंकी का निर्माण पूरा कर दिया गया था। बावजूद इसके आज तक इन क्षेत्रों को नियमित जल आपूर्ति नहीं मिल सकी है। उनका कहना है कि जल निगम की लापरवाही के कारण आज हजारों परिवार जल संकट का दंश झेल रहे हैं।

केवल आश्वासन, समाधान नहीं
क्षेत्रीय नेताओं और स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार जल निगम के अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया गया है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन दिया गया, जबकि ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यही कारण है कि समस्या जस की तस बनी हुई है।