
Umar Ansari Arrested : उत्तर प्रदेश की गाजीपुर पुलिस ने सोमवार तड़के एक बड़ी कार्रवाई करते हुए माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को लखनऊ के दारुलशफा क्षेत्र से गिरफ्तार किया। उमर पर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का गंभीर आरोप है, जिसमें आरोप है कि उन्होंने अपनी फरार मां अफशां अंसारी के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर करके जब्त की गई संपत्ति को वापस पाने की कोर्ट में याचिका दाखिल की। यह संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले ही जब्त की जा चुकी।
धोखाधड़ी व जालसाजी के आरोप
उमर की गिरफ्तारी के बाद उन्हें गाजीपुर पुलिस ने सीधे जिला न्यायालय में पेश करने की तैयारी की है, जहां पूछताछ और कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। यह मामला गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) से संबंधित बताई गई है, और पुलिस ने मोहम्मदाबाद थाने में FIR नंबर 245/2025 दर्ज की है जिसमें Sections 319(2), 318(4), 338, 336(3) और 340(2) शामिल हैं। यह मामला धोखाधड़ी व जालसाजी के आरोपों से जुड़ा है।
अंसारी परिवार पर कानूनी कार्रवाई
यह गिरफ्तारी इसलिए संगीन मानी जा रही है क्योंकि उमर के बड़े भाई अब्बास अंसारी पर पहले से ही गंभीर मुकदमे चल रहे हैं। वह पहले से नफरत-भाषण के केस में दंडित हो चुके हैं और विधान सभा सदस्यता से भी अयोग्य घोषित हो चुके हैं। इससे अब अंसारी परिवार पर कानूनी कार्रवाई और भी गहरी हो गई है।
गाजीपुर पुलिस की कार्रवाई
गाजीपुर पुलिस की यह कार्रवाई अंसारी परिवार के खिलाफ कानून के शिकंजे को और मजबूत करती है। माफिया से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर इनाम घोषित होने के बाद, अब बेटे उमर अंसारी की गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि सरकार और पुलिस दोनों अब राजनीतिक रसूख से ऊपर उठकर कानून का सख्त पालन कर रही हैं।
राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ पर सीधा वार
यह सिर्फ एक कानूनी कार्रवाई नहीं, बल्कि राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ पर सीधा वार माना जा रहा है। अंसारी परिवार, जो एक समय पूर्वांचल की सत्ता में प्रभावशाली था, अब लगातार कानूनी घेरे में आ रहा है, जिससे यह संदेश साफ हो गया है कि अपराध और राजनीति का गठजोड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।