
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी लोगों के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, 8 से 10 जून तक प्रदेश के कई दक्षिणी और मध्य जिलों में लू यानी हीटवेव का प्रभाव देखने को मिलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने और पूर्वी यूपी में बनी द्रोणी (ट्रफ) के पूर्व की ओर खिसकने के कारण आने वाले दिनों में किसी बड़ी मौसम प्रणाली के सक्रिय होने की संभावना नहीं है। परिणामस्वरूप, तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
सबसे अधिक गर्मी किन जिलों में पड़ेगी?
मौसम विभाग के अनुसार, बुंदेलखंड (बांदा, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट, उरई), विंध्य क्षेत्र (प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र), तथा पश्चिमी-मध्य यूपी के ज़िले (कानपुर, आगरा, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, हाथरस) सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।

इन इलाकों में लू चलने की आशंका के कारण बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राहत कब मिलेगी?
हालांकि, राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक, 11 जून से पूर्वी हवाओं के प्रभाव में आने की संभावना है, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश से मॉनसून की बारिश शुरू हो सकती है।
यह बारिश धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगी। इसके साथ ही तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे लू के प्रकोप से राहत मिलने की उम्मीद है।
जनता के लिए सुझाव:
- धूप में निकलने से बचें
- पानी और तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें
- बच्चों व बुजुर्गों को गर्मी से बचाकर रखें
- दोपहर 12 से 4 बजे के बीच अनावश्यक यात्रा न करें